आप नेताओ का सरकार को अल्टिमेटम…कही इतनी बड़ी बात

बिलासपुर..छत्तीसगढ़ में स्कूलों के युक्तियुक्तकरण के खिलाफ आम आदमी पार्टी ने शुक्रवार को राज्यव्यापी विरोध प्रदर्शन किया। इसी कड़ी में बिलासपुर जिले में पार्टी कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों ने जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय का घेराव कर धरना दिया.. इस दौरान सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की साथी सरकार की नीतियों पर सवाल भी उठाएं।..
पुरानी कंपोजिट बिल्डिंग इस दिस जिला शिक्षा कार्यालय के सामने स्थित मैदान में आप नेताओं ने झंडा पोस्टर बनाने के साथ उत्तर प्रदर्शन किया । इस दौरान आप नेताओं ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की । युक्ति युक्तकरण को लेकर सवाल भी उठाए.. आप नेताओं ने कहा कि यदि सरकार ने युक्ति युक्ति कारण नियम को वापस नहीं दिया तो उपर आंदोलन होगा और इसके लिए सरकार जिम्मेदार होगी…
नाकामी छुपाने का असफल प्रयास
मौके पर आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष गोपाल साहू ने कहा कि छत्तीसगढ़ की भाजपा सरकार शिक्षा के मोर्चे पर पूरी तरह विफल साबित हुई है। उन्होंने कहा, “63 हजार शिक्षकों के पद रिक्त हैं, लेकिन सरकार ने युवाओं को नौकरी देने के बजाय 10,000 स्कूल बंद कर दिए। यह युक्तियुक्तकरण नहीं, शिक्षकों की कमी और सरकारी नाकामी को छिपाने का तरीका है।”
मधुशाला नहीं पाठशाला चाहिए!
प्रदर्शन में लगे नारों में यह स्पष्ट संदेश था कि आम आदमी पार्टी सरकार की प्राथमिकताओं पर सवाल उठा रही है। प्रदेश उपाध्यक्ष एडवोकेट प्रियंका शुक्ला ने कहा, “सरकार अंबानी-अदानी का प्रचार करना छोड़कर सरकारी स्कूलों को बेहतर बनाने की जिम्मेदारी ले। स्कूलों को बंद करने के बजाय, उनकी गुणवत्ता बढ़ाने की आवश्यकता है।”
उन्होंने बताया कि धरसींवा विकासखंड के परसतराई स्कूल में केवल एक शिक्षक तीन कक्षाओं को पढ़ा रहा है। बलौदाबाजार में छात्र-छात्राएं 50 किमी दूर जाकर कलेक्ट्रेट के सामने प्रदर्शन कर रहे हैं—यह शिक्षा की दुर्दशा का प्रमाण है।
छात्राएं प्रभावित, बालिका शिक्षा संकट में
प्रदेश संगठन महामंत्री सरदार जसबीर सिंह चावला ने कहा कि युक्तियुक्तकरण से सबसे अधिक नुकसान ग्रामीण, गरीब, मजदूर और बालिका छात्रों को हो रहा है। उन्होंने कहा कि कई स्थानों पर स्कूलों को बिना सामाजिक या भौगोलिक परिस्थिति समझे बंद कर दिया गया। इससे छात्रों को अब 3 से 7 किलोमीटर दूर स्कूल जाना पड़ रहा है, जिससे बालिका शिक्षा बुरी तरह प्रभावित हो रही है।
स्कूलों पर लगा रहे ताला
बोदरी पार्षद विजय वर्मा भाँ ने दुहराया कि हालात इतने खराब हैं कि छात्र अब खुद स्कूलों में ताला लगा रहे हैं। दंतेवाड़ा जैसे इलाकों में स्कूल को 7 किलोमीटर दूर स्थानांतरित कर दिया गया, जिससे बच्चे अब पढ़ाई छोड़ने को मजबूर हो रहे हैं।
हड़ताल और राज्यव्यापी असंतोष
लोकसभा सचिव राकेश लुनिया और मीडिया प्रभारी इरफान सिद्दीकी ने बताया कि युक्तियुक्तकरण के खिलाफ राज्य भर में अभिभावक, पंचायतें और शिक्षक संघ भी विरोध में हैं। 1 जुलाई को साझा शिक्षक संघ द्वारा बुलाई गई हड़ताल में 2 लाख से अधिक शिक्षक शामिल हुए, और अब अनिश्चितकालीन हड़ताल की चेतावनी दी जा चुकी है।
सरकार से आम आदमी पार्टी की मांगें:
- युक्तियुक्तकरण नीति को तत्काल प्रभाव से रद्द किया जाए।
- रिक्त शिक्षकों की भर्ती शीघ्र की जाए।
- बंद स्कूलों को पुनः खोला जाए।
- ग्रामीण और आदिवासी इलाकों में विशेष रूप से बालिका शिक्षा पर ध्यान दिया जाए।
आप की खुली चेतावनी
पार्टी ने चेतावनी दी है कि यदि सरकार ने तय समयसीमा में शिक्षा व्यवस्था में सुधार नहीं किया, तो प्रदेशभर में बड़ा जन आंदोलन छेड़ा जाएगा।
प्रदर्शन में प्रमुख रूप से उपस्थित थे:
प्रदेश संगठन मंत्री जसबीर सिंह चावला, प्रदेश उपाध्यक्ष प्रियंका शुक्ला, लोकसभा सचिव राकेश लुनिया, पार्षद विजय वर्मा भाँ, मीडिया प्रभारी इरफान सिद्दीकी, युवा विंग अध्यक्ष नुरुल हुदा, सहित सैकड़ों लोग मौजूद थे…