Rajasthan News : 5 लाख बचाने के लिए दोस्त की हत्या, एक्सीडेंट दिखाने के लिए किया फिल्मी ड्रामा
हत्या के बाद शव को 18 घंटे तक घर में छिपाकर रखा गया। 16 अप्रैल की रात को तीनों आरोपी शव को कार में डालकर शंखवाली रोड ले गए और वहां उसे सड़क हादसे की शक्ल देने की कोशिश की।

Rajasthan News/राजस्थान के जालौर जिले से एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है, जहां 5 लाख रुपये बचाने के लालच में एक व्यक्ति ने अपने ही दोस्त की हत्या कर दी। हैरानी की बात यह है कि हत्या को सड़क हादसा साबित करने के लिए तीन आरोपियों ने मिलकर एक फिल्मी सीन की तरह पूरा ड्रामा रचा, लेकिन पुलिस की सतर्कता और जांच ने इस पूरी साजिश का पर्दाफाश कर दिया।
इस खौफनाक घटना की शुरुआत एक प्लॉट डील से हुई। आरोपी पुराराम ने अपने दोस्त भैरूसिंह से 7 लाख रुपये में एक प्लॉट खरीदा था, जिसमें वह पहले ही 2 लाख रुपये चुका चुका था। बाकी के 5 लाख देने से बचने के लिए उसने अपने भाई लखमाराम और साथी नरेंद्रदास के साथ मिलकर भैरूसिंह की हत्या की योजना बनाई। 15 अप्रैल की रात को उन्होंने पहले उसे शराब पिलाई और फिर सरिया से हमला कर उसकी बेरहमी से हत्या कर दी।
हत्या के बाद शव को 18 घंटे तक घर में छिपाकर रखा गया। 16 अप्रैल की रात को तीनों आरोपी शव को कार में डालकर शंखवाली रोड ले गए और वहां उसे सड़क हादसे की शक्ल देने की कोशिश की।
शव के पास लाल रंग बिखेर दिया गया ताकि खून लगे और पास में टायरों के निशान बना दिए गए। भैरूसिंह की बाइक को भी पास में गिरा दिया गया, ताकि लगे कि यह एक सामान्य बाइक एक्सीडेंट है।
हालांकि, पुलिस ने जब मामले की तहकीकात शुरू की तो भैरूसिंह की कॉल डिटेल से सच सामने आने लगा। आखिरी कॉल्स में उसका संपर्क पुराराम से हुआ था। डॉग स्क्वॉड और एफएसएल टीम ने मौके से अहम सुराग इकट्ठा किए और पूछताछ के दौरान तीनों आरोपियों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया। पुलिस ने महज 48 घंटे में इस हत्या की गुत्थी सुलझाते हुए तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
गिरफ्तार आरोपियों में मुख्य आरोपी पुराराम और उसका भाई लखमाराम पहले से ही चोरी के कई मामलों में लिप्त रहे हैं। तीसरा आरोपी नरेंद्रदास उर्फ नीतू एक इलेक्ट्रीशियन है, जिसने वारदात को अंजाम देने में अहम भूमिका निभाई।