Chhattisgarh के मुख्यमंत्री Vishnudeo Sai समेत पूरे मंत्रिमंडल ने संगम में लगाई डुबकी

Chhattisgarh के राज्यपाल रमन डेका, मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय (Vishnudeo Sai) अपने पूरे मंत्रिमंडल, सांसद और विधायकों के साथ प्रयागराज महाकुंभ पहुंचे हैं. सभी संगम में पहुंच चुके हैं. सीएम साय ने सभी के साथ डुबकी लगाई. सभी लोग क्रूज में सवार होकर संगम में पहुंचे.
बता दें कि Mahakumbh में स्नान करने राज्यपाल रमेन डेका, मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह, कैबिनेट के मंत्री, बीजेपी के विधायक, सांसद और कांग्रेस के 6 विधायक आज प्रयागराज पहुंचे हैं.
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा आज Chhattisgarh का मंत्रिमंडल, विधानसभा अध्यक्ष, कांग्रेस के भी विधायक सभी प्रयागराज जा रहे हैं. संगम में स्नान कर सभी पुण्य के भागी बनेंगे. मां गंगा से छत्तीसगढ़ की खुशहाली के लिए कामना करेंगे.
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की धर्मपत्नी कौशल्या देवी साय ने प्रयागराज जाने को लेकर कहा, प्रयागराज की भूमि काे वंदन करने जा रहे हैं. नई ऊर्जा के साथ छत्तीसगढ़ वापस आएंगे और नए विश्वास के साथ अपने आस्था को आगे बढ़ाएंगे. मां गंगा से सीएम साहब के लिए उत्तम स्वास्थ्य की कामना करेंगे. छत्तीसगढ़ की जनता से मुख्यमंत्री रात के दो बजे तक मिलते रहते हैं, छत्तीसगढ़ की जनता से उनका मिलना कायम रहे, सीएम की एनर्जी बनी रहे, यही प्रार्थना करेंगे.
महाकुंभ 2025 के तहत माघ पूर्णिमा के स्नान पर्व के बाद संगम घाटों की सफाई को लेकर मेला प्रशासन ने एक बार फिर अपनी तत्परता साबित की। स्नान पर्व समाप्त होने के बाद शाम को ही सफाईकर्मियों की टीम ने व्यापक सफाई अभियान शुरू किया, जिसके परिणामस्वरूप रातों-रात संगम घाट फिर से स्वच्छ और सुंदर नजर आने लगे।
कुम्भ ऊर्जा का स्रोत है, कुम्भ मानवता का प्रवाह है
कुम्भ आध्यात्मिक चेतना है, कुम्भ आत्मप्रकाश का मार्ग है
कुम्भ जीवन की गतिशीलता है, कुम्भ सृष्टि में सभी संस्कृतियों का संगम है
कुम्भ प्रकृति एवं मानव जीवन का समन्वय है, कुम्भ नदियों, वनों एवं ऋषि संस्कृति का प्रवाह है…… pic.twitter.com/LBpl4yKAq6— Vishnu Deo Sai (@vishnudsai) February 13, 2025
माघ पूर्णिमा के अवसर पर बुधवार को 2 करोड़ से ज्यादा लोगों ने संगम स्नान किया। इस दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने फूल, माला, कपड़े, खाना घाट पर ही छोड़ दिए। साथ ही बड़ी संख्या में शौचालयों का भी उपयोग किया गया। मेला प्रशासन ने घाटों पर भीड़ घटने के बाद सफाई अभियान चलाया और सुबह तक एक बार फिर घाटों को स्वच्छ और सुंदर बनाने में सफलता प्राप्त की।
मेला प्रशासन की ओर से सभी सेक्टर मजिस्ट्रेट को निर्देश दिए गए थे कि भीड़ खत्म होते ही वृहद स्तर पर सफाई अभियान चलाया जाए। निर्देशों के क्रम में भीड़ कम होते ही अभियान की शुरुआत की गई। स्नान पर्व के दौरान श्रद्धालुओं द्वारा छोड़े गए ठोस अपशिष्ट को प्रशासन ने तुरंत निस्तारित किया। विशेष सफाई वाहनों की मदद से घाटों और मेला क्षेत्र से कचरा उठाया गया। इसके अलावा, सभी शौचालयों में सेप्सपूल ऑपरेशन चलाया गया, जिससे स्वच्छता सुनिश्चित हो सके।
मेला के सैनिटेशन प्रभारी आनंद कुमार सिंह ने बताया कि सफाई अभियान के तहत स्वच्छताकर्मियों ने सभी सड़कों पर झाड़ू लगाकर उन्हें साफ-सुथरा किया। मेला क्षेत्र में लगे डस्टबिन और लाइनर बैग्स को टीपर और कॉम्पैक्टर की मदद से खाली कराया गया।
प्रशासन का कहना है कि स्वच्छ महाकुंभ को सफल बनाने के लिए रोजाना इसी तरह सफाई अभियान चलाया जा रहा है। हालांकि, स्नान पर्व पर इसे अभियान के रूप में संचालित किया जा रहा है, ताकि अगले दिन स्नान के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को पवित्र स्नान की अनुभूति हो सके।
मेला प्रशासन की इस त्वरित कार्रवाई से श्रद्धालु और स्थानीय लोग काफी प्रभावित नजर आए। उन्होंने इसके लिए मेला प्रशासन और योगी सरकार का आभार जताया। एक श्रद्धालु ने कहा कि स्वच्छता को लेकर प्रशासन की प्रतिबद्धता ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि महाकुंभ 2025 को स्वच्छ और व्यवस्थित बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी जा रही है।
उत्तर प्रदेश की डबल इंजन सरकार प्रदेश के विकास के साथ-साथ समाज के हर वर्ग का ध्यान रख रही है। विशेष रूप से समाज के उन वर्गों के लिए जो अक्सर उपेक्षित रह जाते हैं। इसी दिशा में योगी सरकार ने एक अनूठी पहल करते हुए महाकुंभ में 2,000 निराश्रित वृद्धजनों को संगम स्नान कराने की व्यवस्था की है।
इसमें अब तक 600 से अधिक बुजुर्गों को संगम स्नान कराया जा चुका है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में यह पहल न केवल बुजुर्गों के सम्मान और सुविधा को बढ़ावा देती है, बल्कि समाज में सेवा और समरसता की मिसाल भी पेश करती है।
समाज कल्याण मंत्री असीम अरुण के निर्देश पर बीते दो दिन में देवरिया, बहराइच, अमरोहा और बिजनौर जनपद के वृद्धाश्रमों में रहने वाले 100 से अधिक वरिष्ठजनों को विभागीय अधिकारियों द्वारा बसों से प्रयागराज लाया गया। महाकुंभ क्षेत्र में पहली बार समाज कल्याण विभाग द्वारा एक विशेष कैंप स्थापित किया गया, जहां 100 बेड की क्षमता वाला आश्रम तैयार किया गया है। यहां बुजुर्गों के लिए नि:शुल्क भोजन, आवास और चिकित्सा सुविधाओं की व्यवस्था की गई है।
योगी सरकार ने हमेशा से बुजुर्गों, किसानों, महिलाओं और समाज के अन्य वंचित वर्गों के कल्याण को प्राथमिकता दी है। इसी क्रम में, समाज कल्याण विभाग द्वारा महाकुंभ के दौरान पहली बार यह विशेष पहल की गई है। इस कैंप में वरिष्ठजनों की दिनचर्या को न केवल सुविधाजनक बनाया गया है, बल्कि उनके मानसिक और आध्यात्मिक उत्थान का भी विशेष ध्यान रखा गया है। यहां हर दिन की शुरुआत योग और ध्यान से होती है, जिससे बुजुर्गों को मानसिक शांति और स्वास्थ्य लाभ मिल रहा है। शाम को भजन-कीर्तन का आयोजन किया जाता है, जिससे आध्यात्मिक माहौल बना रहता है और बुजुर्ग अपने अकेलेपन को महसूस नहीं करते। यह पहल समाज में बुजुर्गों के प्रति सम्मान और देखभाल की भावना को मजबूत करती है।
महाकुंभ दुनिया का सबसे बड़ा आध्यात्मिक आयोजन है, जहां करोड़ों श्रद्धालु स्नान करने और पुण्य अर्जित करने पहुंच रहे हैं। लेकिन, निराश्रित वृद्धजनों के लिए यह अनुभव केवल एक सपना बनकर रह जाता था। समाज कल्याण विभाग की इस पहल ने इस सपने को हकीकत में बदल दिया। योगी सरकार द्वारा बुजुर्गों के सम्मान और कल्याण के लिए उठाए गए कदमों में यह एक और महत्वपूर्ण अध्याय जुड़ गया है।
महाकुंभ क्षेत्र में बनाए गए इस आश्रम में चिकित्सा सुविधाओं की भी विशेष व्यवस्था की गई है। डॉक्टरों की एक टीम हमेशा मौजूद रहती है ताकि किसी भी बुजुर्ग को स्वास्थ्य संबंधी कोई समस्या न हो।
उत्तर प्रदेश सरकार निराश्रितों, गरीबों और बुजुर्गों के कल्याण के लिए कई योजनाएं चला रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में सरकार ने वृद्धाश्रमों की स्थिति सुधारने, सामाजिक सुरक्षा पेंशन बढ़ाने और बुजुर्गों को सम्मानजनक जीवन देने के लिए कई महत्वपूर्ण फैसले लिए हैं। महाकुंभ में बुजुर्गों के लिए की गई यह विशेष पहल न केवल उनकी श्रद्धा को सम्मान देती है, बल्कि समाज को यह संदेश भी देती है कि सरकार केवल विकास ही नहीं, बल्कि सेवा और सम्मान की भावना से भी काम कर रही है।