Video..भाजपा नेत्री ने लगाया भ्रष्टाचार का गंभीर आरोप.. निगम अधिकारी की मिलीभगत से करोड़ों की सरकारी संपत्ति कबाड़ में बेची गई.. कहा..मंत्री से करेंगी शिकायत

बिलासपुर.. नगर निगम में भ्रष्टाचार की परतें खुलती जा रही हैं। एमआईसी सदस्य और भाजपा नेत्री सीमा संजू सिंह ने पूर्व तिफरा जोन कमिश्नर,एवं वर्तमान संपदा व स्वास्थ्य अधिकारी कश्यप पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि लाखों रुपये कीमत के उपकरण—जेसीबी, ट्रैक्टर-ट्राली और पानी टैंकर—को कबाड़ के भाव बेच दिया । यह मामला न केवल प्रशासनिक लापरवाही बल्कि सरकारी संपत्ति की खुलेआम लूट का प्रतीक बन गया है।
सीमा संजू सिंह ने बताया कि ये उपकरण मरम्मत के लिए भेजे गए थे, लेकिन 7 से 8 महीने बीत जाने के बाद भी वापस नहीं आए। बार-बार पूछे जाने पर अधिकारियों ने यही जवाब दिया कि उपकरण मरम्मत के लिए भेजे गए हैं। उन्होंने कहा, “हमने इस मामले की जानकारी निगम कमिश्नर बिलासपुर को अवगत कराया, लिखित शिकायत भी दी। लेकिन हर बार यही जवाब मिला कि मरम्मत के लिए भेजा गया है। आज तक मरम्मत कर उपकरण वापस नहीं आए। जब हमने पता लगाने का प्रयास किया कि आखिर उपकरण किस जगह मरम्मत के लिए भेजे गए, तो कोई जानकारी नहीं दी गई।”
सीमा संजू सिंह ने पुख्ता जानकारी का हवाला देते हुए कहा, “मुझे पूरा विश्वास है कि करोड़ों का सामान को लाखों का कबाड़ बनाकर बिना किसी सूचना के औने- पौने दाम में भेज दिया गया। यह सीधे तौर पर सरकारी संपत्ति की चोरी है। उपकरण पूरी तरह उपयोग योग्य थे, फिर भी उन्हें कबाड़ के भाव बेच दिया गया। टैंकर की हालत इतनी अच्छी थी कि उससे तीफरा क्षेत्र में जल आपूर्ति की जाती थी।”
उन्होंने आरोप लगाया कि मामले की शिकायत कमिश्नर सहित कई अधिकारियों के सामने की गई। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। “हर बार यही कहा गया कि उपकरण मरम्मत के लिए भेजे गए हैं। लेकिन मरम्मत का कोई पता नहीं। अधिकारियों का रवैया संदिग्ध है। यह गंभीर अपराध है और दोषियों को सजा मिलनी चाहिए,” उन्होंने कहा।
सीमा संजू सिंह ने आगे कहा, “मैं इसे दबने नहीं दूंगी। नगरीय प्रशासन मंत्री अरुण साव के सामने भी इस मामले को रखकर जांच की मांग करूंगी। यदि प्रशासन ने गंभीरता नहीं दिखाई तो इसे उचित मंच पर उठाकर जनता के सामने लाया जाएगा। मुझे पूरा विश्वास है कि इस भ्रष्टाचार में कई अधिकारी शामिल हैं और इस मामले को दबाने की कोशिश की जा रही है।”
सीमा संजू सिंह ने यह भी कहा कि “लेन-देन कर कई जिम्मेदार अधिकारी मामले को छिपाने में लगे हैं, लेकिन मैं दावा करती हूं कि इसे आसान नहीं बनने दूंगी। यह भ्रष्टाचार सरकार की छवि पर कलंक है। दोषियों को कानून के दायरे में लाकर सख्त सजा दिलाई जाएगी।”
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि “हमने कुंदरा पारा क्षेत्र के कबाड़ी से मिली जानकारी जुटाई है कि उपकरण वहीं बेचे गए है। उपकरणों की स्थिति अच्छी थी, फिर भी उन्हें कौड़ियों के दाम बेच दिया गया। इससे यह स्पष्ट है कि इसमें बड़े स्तर पर मिलीभगत की गई है।”
यह मामला नगर निगम में व्याप्त भ्रष्टाचार का सबसे बड़ा उदाहरण बन गया है। सरकारी संपत्ति की इस लूट ने जनता में रोष बढ़ा दिया है। भाजपा नेत्री सीमा संजू सिंह की दृढ़ता ने भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज बुलंद कर दी है। अब प्रशासन पर जनता की नजर है—क्या दोषियों पर कार्रवाई होगी या यह घोटाला भी दबाकर छोड़ दिया जाएगा?