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remedies for piles problem-बवासीर से हैं परेशान? बिना ऑपरेशन ‘जड़ से खत्म’ कर सकते हैं ये 5 अचूक घरेलू नुस्खे

remedies for piles problem/दिल्ली। आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में अनियमित खान-पान और खराब जीवनशैली ने कब्ज को एक आम समस्या बना दिया है, और यही कब्ज अक्सर बवासीर (Piles) जैसी दर्दनाक बीमारी को जन्म देती है।

अगर आप भी इस समस्या से जूझ रहे हैं तो घबराने की जरूरत नहीं है। योग गुरु बाबा रामदेव ने कुछ ऐसे असरदार और आसान घरेलू नुस्खे साझा किए हैं, जो बिना किसी सर्जरी के बवासीर को जड़ से खत्म करने का दावा करते हैं।

कैसे पहचानें बवासीर के लक्षण?remedies for piles problem

बवासीर मुख्य रूप से दो तरह की होती है:

खूनी बवासीर: इसमें मल त्याग के समय खून आता है, लेकिन दर्द कम होता है।

बादी बवासीर: इसमें खून नहीं आता, लेकिन तेज दर्द, जलन, खुजली और मस्सों में सूजन रहती है।

बाबा रामदेव के 5 रामबाण घरेलू उपाय/remedies for piles problem

बाबा रामदेव का दावा है कि सही जीवनशैली और इन प्राकृतिक नुस्खों से बवासीर को पूरी तरह ठीक किया जा सकता है।

1. दूध और नींबू का रामबाण उपाय
यह नुस्खा खूनी और बादी, दोनों तरह की बवासीर के लिए बेहद कारगर माना गया है।

कैसे इस्तेमाल करें: सुबह खाली पेट, गाय का एक कप गुनगुना दूध लें। इसमें एक पूरा नींबू निचोड़कर तुरंत पी जाएं। ध्यान रहे कि दूध भैंस का या फ्रिज का ठंडा नहीं होना चाहिए।

कैसे काम करता है: नींबू में मौजूद विटामिन C और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण सूजन और जलन को कम करते हैं, जबकि दूध पेट को साफ करता है। बाबा रामदेव के अनुसार, 3 से 7 दिन में यह नुस्खा अपना असर दिखाना शुरू कर देता है।

2. केला और देसी कपूर का 3 दिन का फॉर्मूला
यह उपाय बवासीर, फिशर और फिस्टुला तीनों के लिए फायदेमंद है।

कैसे इस्तेमाल करें: एक पके केले का छोटा टुकड़ा लें और उसमें चने के दाने के बराबर देसी (भीमसेनी) कपूर रखकर बिना चबाए निगल लें। इसे सुबह खाली पेट लगातार 3 दिन तक करें।

कैसे काम करता है: कपूर में मौजूद एंटी-बैक्टीरियल गुण इन्फेक्शन और सूजन को रोकते हैं, वहीं केला कब्ज से राहत देता है। दावा है कि यह नुस्खा 3 दिन में ही बवासीर को खत्म कर सकता है।

3. नागदोन के चमत्कारी पत्ते
नागदोन (नागदमनी) को आयुर्वेद में बवासीर की अचूक औषधि माना गया है।

कैसे इस्तेमाल करें: सुबह खाली पेट नागदोन के 3 से 5 पत्तों को अच्छी तरह चबाकर खाएं। इसे 3 से 7 दिनों तक नियमित रूप से लें।

कैसे काम करता है: इसके पत्ते ब्लीडिंग रोकने और मस्सों की सूजन को कम करने में बेहद प्रभावी हैं। बाबा रामदेव का कहना है कि यह पहले दिन से ही खून को रोक सकता है।

4. त्रिफला चूर्ण से कब्ज का सफाया
कब्ज ही बवासीर की जड़ है और त्रिफला इसे खत्म करने का सबसे अच्छा उपाय है।

कैसे इस्तेमाल करें: रोजाना रात को सोने से पहले एक चम्मच त्रिफला चूर्ण गुनगुने पानी के साथ लें।

कैसे काम करता है: हरड़, बहेड़ा और आंवला से बना यह चूर्ण पाचन तंत्र को साफ करता है, आंतों को मजबूती देता है और मल त्याग को आसान बनाता है, जिससे मस्सों पर दबाव नहीं पड़ता।

5. अंजीर का सेवन
अंजीर फाइबर का एक बेहतरीन स्रोत है, जो बवासीर में बहुत राहत देता है।

कैसे इस्तेमाल करें: रात में 2-3 सूखे अंजीर पानी में भिगो दें। सुबह खाली पेट और शाम को 4-5 बजे के बीच इन भीगे हुए अंजीरों को खाएं।

कैसे काम करता है: अंजीर में मौजूद फाइबर मल को नरम बनाता है, जिससे दर्द और सूजन में कमी आती है। 8-10 दिन तक इसका नियमित सेवन करें।

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