छत्तीसगढ़ पर मानसून मेहरबान…कई जिलों में आरेंज और येलो अलर्ट…निचली बस्तियोंओं में घुसा पानी..अस्त व्यस्त जनजीवन

बिलासपुर/रायपुर–छत्तीसगढ़ में मानसून पूरी तरह सक्रिय है। प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में बीते पांच दिनों से लगातार झमाझम बारिश हो रही है। लोगों को गर्मी और उमस से बड़ी राहत मिली है। राजधानी न्यायधानी समेत प्रदेश के कमोबेश सभी जिलो में दिन-रात रुक-रुक कर बारिश का सिलसिला जारी है।
बढ़ी ठंडक,जगह जगह जलभराव
लगातार बारिश से बिलासपुर समेत सभी जिलों से जलभराव की खबर मिल रही है। यद्पि लोगों को गर्मा और उमस से छुटकारा जरूर मिला है। वातावरण में ठंडक बढ़ गकयी है। लेकिन जलभराव की समस्या से लोग परेशान हो रहे हैं. खासकर शहरों की सड़कों पर पानी भरने से यातायात प्रभावित हुआ है। निचली बस्तियों में पानी घुसने के कारण लोगों को रतजगा करने पड़ रहा है।
75 प्रतिशत क्षेत्रों हिस्सों में संतोषजनक वर्षा
मौसम विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, प्रदेश के 75 प्रतिशत हिस्सों में बीते 15 दिनों में अच्छी बारिश दर्ज की गई है। आंकड़ा खेती-किसानी के लिहाज से बहुत ही शानदारी है। खासकर बांधों का जलस्तर बहुत बढ़ गया है। खेतों में पर्याप्त पानी है।
मौसम विभाग से अलर्ट
मौसम विज्ञान केंद्र ने छत्तीसगढ़ के कई जिलों में भारी बारिश की चेतावनी दी है । विभाग के अनुसार अगले कुछ दिनों तक सतर्क रहने की जरूरत है। प्रदेश के कई क्षेत्रों में भारी बारिश की संभावना है। लोगों को सलाह है कि बारिश की स्थितियों पल लगातार नजर बनाकर रखें
आरेंज अलर्ट वाले जिले:
मौसम विभाग के अनुसार चुनिंदा जिलों में तेज गरज-चमक के साथ मध्यम से भारी वर्षा की संभावना है। इसमें प्रमुख रूप से जांजगीर-चांपा,रायगढ़,कोरबा,जशपुर,गौरेला-पेंड्रा-मरवाही,सूरजपुर,बलरामपुर,कोरिया,सरगुजा,जिला प्रमुख है।
येलो अलर्ट वाले जिले:
मौसम विभाग के अनुसार इन जिलों में हल्की से मध्यम बारिश और बिजली गिरने की संभावनाहै। इनमें प्रमुख जिलों का नाम बनी हुई है: सुकमा, बीजापुर, दंतेवाड़ा, बस्तर, नारायणपुर, कोंडागांव, कांकेर,धमतरी, बालोद, राजनांदगांव, गरियाबंद, महासमुंद, रायपुर, बलौदाबाजारबिलासपुर, मुंगेली, दुर्ग, बेमेतरा, कबीरधाम है।
प्रशासन की लोगों से अपील
प्रशासन और आपदा प्रबंधन विभाग ने नागरिकों से अपील की है कि बिजली चमकते समय खुले स्थानों पर न जाएं, जलभराव वाले क्षेत्रों से दूर रहें और नदी-नालों को पार करने से बचें। निचले इलाकों में रहने वालों को विशेष सतर्कता बरतने को कहा है