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फाइंडिग कमेटी ने सुना कांग्रेसियों का दुखड़ा..धनेन्द्र साहू ने बताया..ऐसे में कार्रवाई तो होगी..कांग्रेस को EVM और अधिकारियों ने हराया

धनेन्द्र साहू, अरूण वोरा, महेन्द्र छाबड़ा ने सुूनी शिकायत

बिलासपुर—संयोजक कांग्रेस के वरिष्ठ नेता धनेन्द्र साहू की अगुवाई में तीन सदस्यीय फैक्ट फाइंडिंग कमेटी की टीम दो दिन पहले सोमवार को बिलासपुर पहुंची। धनेन्द्र साहू समेत टीम में शामिल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अरूण वोरा और महेन्द्र सिंह छावड़ा ने बन्द कमरे में चार प्रमुख विवादों को लेकर तत्यों को जानने का प्रयास किया। इस दौरान तीनों नेताओं ने शिकायतकर्ता समेत दोषी ठहराए गए कांग्रेस नेताओं से वन टू वन संवाद किया। बैठक में जिला संगठन के दोनों अध्यक्ष भी शामिल हुए। बातचीत के दौरान धनेन्द्र साहू ने बताया कि शिकायत करने वालों नें वीडियो, फोटोग्राफ समेत अन्य सबूत पेश किए है। जल्द ही रिपोर्ट तैयार कर पीसीसी को दिया जाएगा। क्या कुछ होगा इसकी जानकारी समय पर सभी को मिल जाएगी।

 निकाय चुनाव के दौरान प्रत्याशियों की शिकायत और भीतरघात समेत कोटा विधायक के खिलाफ अनुशासनात्त्मक कार्रवाई की मांग की जांच करने कांग्रेस की तीन सदस्यीय फैक्ट फाइडिंग कमेटी निर्धारित तारीख से दो दिन पहले बिलासपुर पहुंची। वरिष्ठ कांग्रेस नेता धनेन्द्र साहू की अगुवाई में वरिष्ठ कांग्रेस नेता अरुण वोरा और महेंद्र छाबड़ा ने शिकायत करने और दोषी ठहराए गए नेताओं से बन्द कमरे में वन टू वन संवाद किया। इसके बाद तीनों नेताओं ने पत्रकारों के सवालों का जवाब भी दिया।

मौखिक लिखित के साथ प्रमाणिक शिकायत

पत्रकारों से बातचीत के दौरान धनेन्द्र साहू ने बताया कि तीन सदस्यीय टीम ने आज भीतरघात का आरोप लगाने वाले प्रत्याशियों के अलावा निष्कासित किए गए नेताओं,जिला अध्यक्षों समेत ब्लाक कांग्रेस अध्यक्षों से बातचीत किया है। हमने लिखित मौखिक दोनो ही स्वरूप में शिकायत लिया है। इस दौरान लोगों ने कुछ प्रमाण भी दिए हैं। अब हम आपस में चर्चा कर रिपोर्ट तैयार कर पीसीसी को देंगे। इसके बाद पीसीसी जरूरी निर्णय लेगा।

ऐसे लोगों पर होगी कार्रवाई

 धनेन्द्र साहू ने बताया कि कांग्रेस के भीतर रहकर यदि कोई नुकसान पहुंचाता है। तो उसके खिलाफ कार्रवाई होती है। हमारे संविधान में भी इसका जिक्र है। जो भी व्यक्ति अनुशासन के दायरे से बाहर जाएगा..उसके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई होगी। लेकिन इस बात का ध्यान रखना होगा कि जो शिकायत मिली है..उसमें कितनी सच्चाई है…इसी बात को जानने और समझने के लिए ही तीन सदस्यी टीम बिलासपुर आयी है।

 धनेन्द्र साहू ने बताया कि अभी तक विधायक के खिलाफ किसी प्रकार की कार्रवाई हुई है। इस बात की उन्हें जानकारी नहीं है। लेकिन इतना पता है कि जिला कांग्रेस ने विधायक के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई का अनुशंसा किया है।

क्या हार छिपाने को बनी कमेटी

क्या हार को छिपाने के लिए फैक्ट फाइंडिंग कमेटी बनाई गयी है। सवाल पर धनेन्द्र साहू ने कहा कि ऐसा हम नहीं कह सकतेहै। जब तक हम पूरी तरह से तथ्यों से वाकिफ नहीं हो जाते हैं। यह तो चर्चा के बाद ही पता चलेगा। मुझे लगता है कि कोई जिला अध्यक्ष अपनी हार छिपाने के लिए ऐसी शिकायत करेगा। क्योंकि जिला अध्यक्ष बहुत बड़ा और सम्मानित पद होता है। उन्हें शिकायत मिली है इसके बाद ही उन्होने पीसीसी को वस्तुस्थिति से अवगत कराया है। धनेन्द्र साहू ने कहा कि निश्चित रूप से अधिकृत प्रत्याशी के खिलाफ यदि कोई काम करेगा..दुष्प्रचार करेगा..उसके खिलाफ कार्रवाई तो होगी। पार्टी का भी स्पष्ट निर्देश है कि पार्टी के खिलाफ काम करने वालों के खिलाफ काम करना गलत तो है।

कौन करेगा निष्कासित

 क्या जिला अध्यक्ष बड़े पदाधिकारियों को पार्टी से निष्कासित कर सकता है जैसे कि बिलासपुर में होते दिखा। धनेन्द्र साहू ने बताया कि इसी बात को तो देखने हम यहां आए है। क्या ऐसा कुछ हुआ है। यदि हुआ है तो रिपोर्ट में लिखा जाएगा। निष्कासन का अलग अलग मंच है… प्रक्रिया का पालन करना होता है। जांच पड़ताल में स्पष्ट हो जाएगा।

हार की समीक्षा पीसीसी का फैसला

 विधानसभा लोकसभा फिर निकाय चुनाव में कांग्रेस को करारी हार मिली है। इन मुद्दों पर कब समीक्षा हो रही है। इसका फैसला पीसीसी को करना है…हार की समीक्षा करेंगे..नहीं करेंगे…कमेटी बनाएंगे या नहीं बनाएंगे…इसकी जानकारी हमें नहीं है।

हार की वजह पर धनेन्द्र साहू ने बताया कि जीत और हार के बहुत कारण है। फिलहाल कांग्रेस की हार की मुख्य चार ही है। उन्होने बताया कि ईव्हीएम मशीन में पारदर्शिता नहीं थी। विधानसभा,लोकसभा की तरह व्हीव्हीपेट का उपयोग नहीं किया गया। वार्ड परिसीमन गलत तरीके से किया गया। परिसीमन से पूरा वार्ड तहस नहस हो गया। जिन पार्षदों का समीकरण बिगड़ गया। पार्षदों का वार्ड ही गायब हो गया।

धन और सत्ता बल की जीत

 हार की मुख्य वजह गिनाते हुए धनेन्द्र साहू ने कहा कि सरकार,मंत्री अधिकारियों ने दबाव बनाकर कांग्रेस को हराया है। धन और सत्ता बल का प्रयोग कर चुनाव को प्रभावित किया गया है। आज भाजपा के लोग जीत का दावा कर रहे है। भाजपा ने यह धन बल,सत्ता बल और तमाम तरह के बल से हासिल किया है।

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