IED ब्लास्ट: दो और आईईडी बरामद और निष्क्रिय

सुकमा: छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित सुकमा जिले में रविवार को नक्सलियों ने एक बड़े हमले को अंजाम देते हुए पुलिस अफसरों के काफिले को निशाना बनाया। कोंटा थाना क्षेत्र के फंडीगुड़ा के पास हुए इस आईईडी (IED) ब्लास्ट में कोंटा के सहायक पुलिस अधीक्षक (ASP) आकाश राव गिरपुंजे शहीद हो गए।
ऐसे बिछाया था नक्सलियों ने जाल : खुफिया जानकारी के अनुसार, नक्सलियों ने पुलिस अधिकारियों को फंसाने के लिए एक सुनियोजित जाल बिछाया था। उन्होंने पहले डोंड्रा स्थित गिट्टी खदान में माइनिंग में लगे एक पोकलेन मशीन में आग लगा दी थी।
इसके बाद, उसी पोकलेन के आसपास दो आईईडी बम प्लांट किए गए थे। दुर्भाग्यवश, घटनास्थल का मुआयना करने पहुंचे एएसपी आकाश राव गिरपुंजे का पैर इन्हीं में से एक आईईडी पर पड़ गया, जिससे जोरदार धमाका हुआ और वह शहीद हो गए।
दो और आईईडी बरामद और निष्क्रिय : घटना के बाद, सुरक्षा बलों के आईईडी निरोधक दस्ते (BDS) ने तत्काल कार्रवाई करते हुए घटनास्थल से दो और आईईडी बम बरामद किए। इन बमों को सुरक्षित तरीके से निष्क्रिय कर दिया गया, जिससे एक और बड़े खतरे को टाला जा सका।
इससे पहले, 8 जून की रात को पोकलेन में आग लगाने के बाद जब पहली बार बीडीएस टीम मौके पर पहुंची थी, तब भी पोकलेन के पीछे से करीब 2.5 किलो का प्रेशर आईईडी बम बरामद कर नष्ट किया गया था।
बस्तर बंद के आह्वान के बीच हमला : यह हमला ऐसे समय में हुआ है जब माओवादियों ने आज, 10 जून को बस्तर बंद का आह्वान किया था। माना जा रहा है कि इस बंद के दौरान अपनी उपस्थिति दर्ज कराने और दहशत फैलाने के लिए नक्सलियों ने इस ब्लास्ट की साजिश रची थी।