Virat Kohli के पास पाकिस्तान के खिलाफ ऐतिहासिक मौका, वनडे में तोड़ सकते हैं 25 साल पुराना रिकॉर्ड

Virat Kohli/भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान विराट कोहली (Virat Kohli) इस समय अपनी बल्लेबाजी को लेकर संघर्ष कर रहे हैं, लेकिन मैदान पर उनकी मौजूदगी हमेशा ही सुर्खियों में रहती है।
आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में उनके बल्ले से बड़ी पारी देखने की उम्मीद थी, लेकिन पहले मैच में ऐसा नहीं हुआ। हालांकि, फील्डिंग में उनका जलवा बरकरार है और अब उनके पास पाकिस्तान के खिलाफ खेलते हुए एक बड़ा रिकॉर्ड अपने नाम करने का मौका है।
विराट कोहली वनडे में सबसे ज्यादा कैच पकड़ने वाले भारतीय फील्डर बनने से बस एक कदम दूर हैं।
हाल ही में हुए भारत और बांग्लादेश के बीच मुकाबले में कोहली ने एक शानदार कैच लपका, जिससे उनके वनडे करियर में कुल कैचों की संख्या 156 हो गई। इसी के साथ उन्होंने मोहम्मद अजहरुद्दीन की बराबरी कर ली, जिन्होंने अपने वनडे करियर में 156 कैच पकड़े थे। अब बस एक और कैच लेते ही कोहली भारतीय क्रिकेट इतिहास में एक नया कीर्तिमान स्थापित कर लेंगे।
मोहम्मद अजहरुद्दीन ने 334 वनडे मैचों में 156 कैच लिए थे और उनका यह रिकॉर्ड पिछले 25 वर्षों से अटूट बना हुआ था। विराट कोहली ने यह उपलब्धि महज 298 मैचों में हासिल कर ली है, जिससे वे इस मामले में अजहरुद्दीन से भी आगे निकलने की दहलीज पर हैं। 23 फरवरी को पाकिस्तान के खिलाफ होने वाले हाई-वोल्टेज मुकाबले में कोहली के पास यह सुनहरा मौका होगा कि वे यह ऐतिहासिक रिकॉर्ड अपने नाम कर लें।
कोहली और अजहरुद्दीन के बाद इस सूची में सचिन तेंदुलकर का नाम आता है, जिन्होंने 463 मैचों में 140 कैच लिए थे। इसके बाद राहुल द्रविड़ 124 कैचों के साथ चौथे स्थान पर हैं। हालांकि, यह आंकड़े केवल उन खिलाड़ियों के हैं जो बतौर फील्डर मैदान पर कैच लेते हैं। यदि विकेटकीपर की बात करें तो एमएस धोनी 321 कैचों के साथ इस मामले में सबसे आगे हैं।
23 फरवरी को दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम में भारत और पाकिस्तान के बीच चैंपियंस ट्रॉफी का सबसे बहुप्रतीक्षित मुकाबला खेला जाएगा। विराट कोहली इस मैच में अगर एक भी कैच पकड़ लेते हैं, तो वे भारत के लिए सबसे ज्यादा कैच लेने वाले फील्डर बन जाएंगे। यह न केवल उनके लिए बल्कि भारतीय क्रिकेट प्रशंसकों के लिए भी एक ऐतिहासिक क्षण होगा।
बल्ले से भले ही विराट कोहली का प्रदर्शन फिलहाल उम्मीद के अनुरूप न हो, लेकिन उनकी फील्डिंग स्किल्स अब भी बेजोड़ हैं। ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या वे पाकिस्तान के खिलाफ मैदान में उतरते ही इस ऐतिहासिक रिकॉर्ड को अपने नाम कर लेते हैं या फिर यह इंतजार थोड़ा और लंबा खिंचता है।