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रेत खदानों पर रहेगी ड्रोन की नजर….पांच दिनों में 86 मामले दर्ज…पुलिस ने दर्ज किया 33 अपराध..55 प्रकरण माइनिंग के हवाले

पुलिस.प्रशासन और माइनिंग की संयुक्त कार्रवाई..माफियों में हलचल

बिलासपुर—रेत के अवैध उत्खनन और परिवहन के खिलाफ राजस्व, पुलिस और माइनिंग की संयुक्त कार्रवाई में रेत माफियों के पैर उखड़ने लगे हैं। पुलिस प्रशासन से जारी प्रेस नोट के अनुसार बीते पांच दिनों में संयुक्त कार्रवाई के दौरान  86 मामलों में कार्रवाई को अंजाम दिया गया है। पुलिस कप्तान रजनेश सिंह ने बताया कि 31 प्रकरणों में आपराधिक प्रकरण दर्ज कर 55 मामलों का प्रतिवेदन माइनिंग विभाग को दिया गया है। एसएसपी ने जानकारी दिया कि कलेक्टर का दिशा निर्देश पर खनन क्षेत्रों को अब ड्रोन और उच्च तकनीकी से निगरानी होगी। अवैध उत्खनन और परिवहन की सूरत में कठोर कार्रवाई भी होगी।
राज्य शासन के निर्देशानसुर बिलासपुर जिले में अवैध रेत उत्खनन, परिवहन और  भंडारण के खिलाफ पुलिस,राजस्व और माइनिंग की की संयुक्त कार्रवाई में रेत माफियों के पैर उखड़ने लगे हैं। बीते पाँच दिनों में जिले भर में कुल 86 मामलों में कार्रवाई हुई है। पुलिस प्रशासन ने  31 प्रकरणों में भारतीय न्याय संहिता और खनिज अधिनियम की धाराओं के तहत आपराधिक मुकदमे दर्ज किए हैं। इसके अलावा शेष 55 मामलों में बीएनएसएस की धारा 106 के तहत जब्ती कार्यवाही कर प्रकरण को  माइनिंग विभाग के हवाले कर दिया गया है। मामले में जांच रिपोर्ट प्राप्त होने पर सभी के खिलाफ पुलिस कार्रवाई होगी।
माइनिंग ने दर्ज कराया अपराध 
मामले में एसएसपी रजनेश सिंह ने जानकारी दिया कि प्रकरणों में खान एवं खनिज अधिनियम, 1957 की धारा 4(1), 4(1)(A) एवं 21,के अलावा भारतीय न्याय संहिता की धारा 303(2) तथा 3(5)* के तहत अपराध पंजीबद्ध किया गया है। सभी कार्रवाई को माइनिंग विभाग ने विभिन्न थानों में दर्ज कराया है।
कार्रवाई को लेकर माइनिंग के वरिष्ठ अधिकारी डॉ. दिनेश मिश्रा ने जानकारी दिया कि जिला कलेक्टर संजय अग्रवाल और वरिष्ठ पुलिस कप्तान के दिशा निर्देशों पर संयुक्त टीम ने जिले के अलग अलग ठिकानों पर कार्रवाई को अंजाम दिया है। दोनों वरिष्ठ अधिकारियों ने फील्ड से लगातार स्थिति की रिपोर्ट का जायजा लिया। साथ ही निर्देश दिाय कि अवैध खनन से जुड़े किसी भी व्यक्ति या नेटवर्क को बख्शा नही जाएगा। यदि कोई बचाने भी आता है तो उसके खिलाफ कठोर एक्शन भी लिया जाए।
पांच दिनों में उखड़ने लगे पैर
माइनिंग अधिकारी रमाकान्त सोनी ने बताया कि संयुक्त कार्रवाई में एसडीएम, एसडीओपी, सीएसपी, तहसीलदार, थाना प्रभारी और  माइनिंग इंस्पेक्टर* सहित विभागीय अमले ने सक्रिय भागीदारी का निर्वहन किया। कई स्थानों पर छापेमारी कर अवैध रेत का भंडारण और परिवहन करते वाहनों को जब्त किया। कार्रवाई के दौरान संयुक्त टीम ने 46 ट्रैक्टर, 14 हाईवा  समेत 2 जेसीबी और 1 चेन माउंटेड पोकलेन जैसे भारी वाहनों को बरामद किया है। सम्पूर्ण कार्यवाही में जब्त रेत की अनुमानित मात्रा लगभग 500 टन से अधिक है।
अवैध उत्खखनन परिवहन पर बर्दास्त नहीं
मामले में कलेक्टर संजय अग्रवाल ने कहा कि कार्रवाई के पीछे प्रशासन की दोहरी प्राथमिकता है। राजस्व एवं खनिज संसाधनों की रक्षा के साथ पर्यावरणीय असंतुलन को रोकना है। कलेक्टर संजय अग्रवाल ने स्पष्ट किया कि बिलासपुर में अवैध रेत खनन बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। कार्रवाई सतत रूप से जारी रहेगी। अब संसाधनों की तकनीकी निगरानी भी होगी।
दबाव बनाने वालों पर होगी कार्रवाई
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह ने कहा कि पुलिस विभाग माइनिंग और राजस्व विभाग के साथ समन्वय कर अवैध गतिविधियों पर कठोर कार्यवाही को अंजाम दिया जा रहा है। किसी भी दबाव या सिफारिश को दरकिनार करते हुए, दोषियों पर कानून के तहत सख्त एक्शन लिया जाएगा। दबाव बनाने वालों पर कार्रवाई होगी।
रेत कारोबारियों में दहशल
 बहरहाल संयुक्त अभियान का जमीनी प्रभाव भी नजर आने लगा है। पहले जहाँ खुलेआम रेत खनन और डंपिंग होती थी,। अब रेत केअवैध कारोबारियों में भय और चेतावनी का वातावरण बन गया है। स्थानीय नागरिकों ने कार्रवाई को लेकर खुशी जाहिर किया है। प्रशासन को पूर्ण सहयोग देने की बात कही है।
 ड्रोन से होगी निगहबानी
 कार्रवाई के बीच वरिष्ठ पुलिस कप्तान रजनेश सिंह ने जानकारी दिया कि कलेक्र संजय अग्रवाल के आदेश पर सभी संभावित रेत खदानों पर ड्रोन की नजर रहेगी। जल्द ही ड्रोन कार्रवाई को अंजाम दिया जाएगा। इसके अलावा आमजन से निवेदन है कि किसी भी प्रकार की अवैध रेत गतिविधियों की जानकारी प्रशासन  से साझा करें।

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