Chhattisgarh

तहसीलदारो की10 दिवसीय हड़ताल खत्म — मंत्री टंकराम वर्मा की पहल..राजस्व व्यवस्था पटरी पर लौटी

रायपुर… छत्तीसगढ़ में बीते दस दिनों से जारी तहसीलदारों और नायब तहसीलदारों की अनिश्चितकालीन हड़ताल आखिरकार समाप्त हो गई है। राजस्व मंत्री टंकराम वर्मा के सूझबूझ हस्तक्षेप से यह गतिरोध टूटा और राज्यभर में ठप पड़ी राजस्व व्यवस्था अब फिर से सामान्य होने लगी है।

हड़ताल 28 जुलाई से 17 सूत्रीय मांगों को लेकर शुरू की गई थी।जिसने नामांतरण, बंटवारा, सीमांकन जैसे अहम कार्यों को पूरी तरह ठप कर दिया था। इसका सीधा असर आम जनता पर पड़ रहा था, खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में जहां राजस्व कार्यों पर बड़ी निर्भरता होती है।

तीन घंटे की बातचीत में बनी सहमति

राजस्व मंत्री टंकराम वर्मा ने आंदोलनकारी संघ को वार्ता के लिए आमंत्रित किया। करीब तीन घंटे चली बैठक में अधिकांश मांगों पर सहमति बनी। मंत्री ने स्पष्ट किया कि “राजस्व विभाग प्रदेश की रीढ़ है और हम हर कर्मचारी का सम्मान करते हैं। जनता की असुविधा को देखते हुए तत्काल समाधान ज़रूरी था।”

उन्होंने विभागीय सचिव को हर मांग पर त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए और आश्वस्त किया कि सरकार अपने वादे पर खरी उतरेगी।

संघ ने सरकार की मंशा को सराहा

हड़ताल स्थगित करते हुए संघ के पदाधिकारियों ने मंत्री वर्मा की सकारात्मक पहल की सराहना की। उन्होंने कहा कि “हम सरकार के आश्वासन पर भरोसा जताते हैं, क्योंकि यह फैसला आम जनता के हित में लिया गया है।” उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यदि तय समय में वादे पूरे नहीं हुए, तो फिर से आंदोलन किया जाएगा।

संघ की प्रमुख मांगें मानी गईं:

 बातचीत के दौरान मंत्री ने संघ की माँगों को गौर से सुना।  उन्होंने कहा कि रिक्त पदों पर शीघ्र भर्ती प्रक्रिया जल्द शुरू करेंगे। कार्यालयों में तकनीकी और आधारभूत सुविधाओं का विस्तार किया जाएगा। मंत्री ने वेतन और भत्तों में सुधार हेतु कार्ययोजना पर भी गौर किया। साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में संसाधनों की उपलब्धता सुनिश्चित का  वादा किया।

जनता को राहत, दफ्तरों में फिर लौटी रौनक

राजस्व कार्यालयों के दोबारा खुलने से राज्यभर में आम नागरिकों ने राहत की सांस ली है। कई ज़िलों में लंबित नामांतरण, ऋण पुस्तिका, खसरा-नक़्शा कार्य अब तेजी से पूरे किए जा रहे हैं। यह पहल न केवल तत्काल राहत लाने में सफल रही है, बल्कि भविष्य में विभाग की कार्यक्षमता और सेवा गुणवत्ता को भी मजबूती देने वाली साबित हो सकती है।

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