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आईबीपीएस क्लर्क परीक्षा में दूसरे की जगह पेपर देते 10 गिरफ्तार

पुलिस को जांच में पता चला है कि पिछले कई सालों से अलग-अलग अभ्यर्थियों की जगह पर आरोपी अभिषेक परीक्षा दे चुका है। मास्टरमाइंड आनंद कुमार अभ्यर्थियों से 2 लाख रुपए एडवांस लेता था और सॉल्वर की व्यवस्था करता था। परीक्षा पास होने के बाद वह प्रति अभ्यर्थी 5 लाख से अधिक की रकम वसूलता था।

आईबीपीएस क्लर्क परीक्षा/बिजनौर/ उत्तर प्रदेश की बिजनौर पुलिस ने आईबीपीएस क्लर्क परीक्षा में नकल करने वाले और परीक्षा में दूसरे के स्थान पर बैठकर परीक्षा देने वाले एक बड़े सॉल्वर गैंग का भंडाफोड़ करते हुए 10 लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने यह कार्रवाई बीआर परीक्षा केंद्र के संचालक शैलेंद्र वाजपेयी की ईमेल से मिली सूचना के आधार पर की है।

इस गैंग के एक सदस्य अभिषेक, बिहार के पटना का रहने वाला है, को पुलिस ने पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। अभिषेक को अभ्यर्थी आदित्य की जगह पर परीक्षा देते समय गिरफ्तार किया गया था। अभिषेक से पूछताछ के दौरान पुलिस को पूरे गैंग के बारे में पता चला।

पुलिस को जांच में पता चला है कि पिछले कई सालों से अलग-अलग अभ्यर्थियों की जगह पर आरोपी अभिषेक परीक्षा दे चुका है। मास्टरमाइंड आनंद कुमार अभ्यर्थियों से 2 लाख रुपए एडवांस लेता था और सॉल्वर की व्यवस्था करता था। परीक्षा पास होने के बाद वह प्रति अभ्यर्थी 5 लाख से अधिक की रकम वसूलता था।

गिरफ्तार किए गए सॉल्वर और अभ्यर्थी भी इस गिरोह का हिस्सा थे। पुलिस की जांच में यह सामने आया है कि गैंग के कई सॉल्वर अलग-अलग बैंकों में कार्यरत हैं और अभिषेक भी पिछले कई सालों से अलग-अलग अभ्यर्थियों की जगह परीक्षा दे चुका है। यह गैंग बिहार के पटना निवासी रोहित के जरिए अभ्यर्थियों का इंतजाम करता था।

डीसीपी साउथ के निपुण अग्रवाल ने बताया कि 5 अक्टूबर को पुलिस के पास सूचना आई थी कि कुछ लोग गलत तरीके से बैठकर परीक्षा दे रहे हैं। इसके बाद पुलिस ने अभिषेक को गिरफ्तार किया था। पूछताछ के बाद पूरे गैंग का खुलासा हुआ और उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।

उन्होंने बताया कि गैंग का मास्टरमाइंड आनंद कुमार उत्तर प्रदेश के संभल जिले में यूपी ग्रामीण बैंक में कार्यरत है और अपने साथियों गौरव आदित्य, हर्ष, भगीरथ, सुधांशु, धनंजय, राजीव नयन पांडेय, मुकेश और आशीष रंजन के साथ सॉल्वर गैंग चला रहा था।

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